ये कर लिया तो कभी नहीं झड़ेंगे बाल
बाल झड़ना है क्या ?
सिर के प्रत्येक बाल की आयु अधिक से अधिक 6 वर्ष की होती है, 6 वर्ष के भीतर ही सिर के बाल बारी-बारी से कमजोर होकर झड़ जाते हैं। और उनके स्थान पर धीरे-धीरे नए बाल उग आते हैं। यही क्रम जीवन भर चलता रहता है पर जब अस्वस्थता के कारण सिर के बाल बहुत जल्दी जल्दी और एक साथ अधिक संख्या में झड़ने लगते हैं। तो या तो उनकी जगह फिर नए बाल उगते ही नहीं या अत्यधिक पतले उगते हैं जो आगे चलकर गंजेपन में परिवर्तित हो जाते हैं।
गंजेपन का कारण
समस्त शरीर का दोषयुक्त होना एवं तेजी के साथ सिर के बालों के झड़ने के कारण है। गर्मी, भयानक ज्वर, आदि रोगों के फलस्वरुप सिर की चर्म के निष्क्रिय हो जाने से सिर के बाल अक्सर झड़ जाते हैं। सिर में किसी चर्म रोग के पुराने सिर में किसी चर्म रोग के पुराने पड़ने पर ही बहुधा सिर के बाल झड़ने लगते हैं। जो लोग अधिक समय तक कसकर साफा बांधे रहते हैं, या टोपी पहने रहते हैं उनके सिर में रक्त प्रवाह में विघ्न उत्पन्न हो जाता है, जिसके फलस्वरूप बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं अत्यधिक चिंता, अशांति, क्रोध मानसिक उद्योगों के कारण भी सिर के बाल झड़ते हैं और पकते हैं।
बाल झड़ने की चिकित्सा एवं उपचार !
जिन कारणों से सिर के बाल कमजोर होकर झड़ने लगते हैं, सर्वप्रथम उन कारणों को दूर कर देना चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि सिर की चमड़ी पर मेल ना जमने पाए और उन पर बालों पर साफ हवा मिलती रहे।
घरेलू उपचार
- गंजापन आरंभ होते ही प्रतिदिन चार बार सिर के बालों की हरी बोतल के सूर्यतप्त जल में भिगोकर दोनों हाथों की उंगलियों से लगभग 15 से 20 मिनट तक बालों की जड़ों की मालिश करनी चाहिए साथ ही बालों को हल्के हल्के ऊपर की तरफ खींचना भी चाहिए।
- रात में सोने से पहले नीली बोतल के सूर्यतप्त नारियल के तेल में कागजी नींबू का रस मिलाकर उससे बालों की जड़ों की हल्की मालिश करनी चाहिए।
- प्रतिदिन साधारण स्नान के वक्त नींबू के आधे टुकड़े से सिर को रगड़ना भी बड़ा लाभ करता है।
- भोजन के बाद सिर के बालों पर कंघी इस प्रकार फेरे कि उनके दांत सिर की चमड़ी को स्पर्श करें उसके बाद बालों को सख्त ब्रुश का प्रयोग करना चाहिए।
- जिसके सर एक भी बाल ना हो उसे उपयुक्त के साथ-साथ दिन में दो बार कटि स्नान व गर्दन की कसरते भी करनी चाहिए साथ ही इस बात का ध्यान रखना चाहिए। कि वह कोष्ठबाध्दता का रोग कभी ना होने पाए।
- यदि रोगी दिन में एक बार अपने गंजे सिर को 3-3 मिनट की बारी से सहने योग गर्म जल और ठंडे जल से धोया करें,और उसके बाद सिर के ऊपर नीला प्रकाश 15 मिनट तक डालें तो अच्छा लाभ होता है। सिर की मालिश के लिए नीली बोतल का नारियल तेल ही प्रयोग करना चाहिए
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