डिप्रेशन (अवसाद) के ये 10 प्राकृतिक उपचार
डिप्रेशन (अवसाद) आखिर है क्या ?
डिप्रेशन
जिसको हिंदी में अवसाद कहते है। आजकल लोग ज़िंदगी की भाग दौड़ में इतना
व्यस्त हो जाते हैं। कि कुछ समय बाद वे डिप्रेशन (अवसाद) का शिकार हो जाते
हैं. यह एक प्रकार की मानसिक बीमारी होती है। जो कुछ लोगों को तो थोड़े समय
के लिए ही रहती है, लेकिन कई लोगों का यही डिप्रेशन एक भयानक बीमारी का
रूप भी ले लेता है। इस स्थिति में लोगों का मन ज़िंदगी से भर जाता है. इसी
कारण इंसान की रोजमर्रा ज़िंदगी और उसके कामकाज में बुरा प्रभाव पड़ता है। और
वह हर वक्त निराश होकर रहने लगता है।
डिप्रेशन (अवसाद) के कारण:-
जेनेटिक प्रोपेसिटी- जिन लोगों के परिवारों में डिप्रेशन (अवसाद) के पिछले इतिहास हैं, उन्हें बीमारी होने के लिए अधिक संभावनाएं होती हैं। तनाव या अन्य स्थितियों जो तीव्र रूप से तनावपूर्ण होती हैं, अवसाद के झटके को ट्रिगर करने के लिए पर्याप्त हो सकती हैं।
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डिप्रेशन (अवसाद) के लक्षण:-
अवसाद का सबसे प्रमुख लक्षण यही है। कि व्यक्ति हर समय परेशान रहता है और उसका किसी काम में मन नहीं लगता है। सामान्य उदासी इसमें नहीं आती लेकिन किसी भी काम या चीज में मन न लगना, कोई रुचि न होना, किसी बात से कोई खुशी न होनी, यहां तक गम का भी अहसास न होना अवसाद के लक्षण हैं।


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