PCOS/PCOD को ना करें अनदेखा, खो सकती हैं मां बनने का सुख

PCOS PCOD ke upay , lachan Karan
PCOD/PCOS
नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका हमारे इस नए ब्लॉग में! दोस्तों आज हम बात करेंगे महिलाओं में होने वाली बीमारी PCOS/PCOS के बारे में। आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाएं अपने स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रख पति है जिसके कारण उन्हें अनेक बीमारी घेर लेती है और उनमें से ही यह भी एक गम्भीर बीमारी है जिसका यदि सही समय रहते उपचार ना किया गया तो वे महिलाएं जिनको PCOS (Polycyctic ovary Syndrome) है वे खों सकती है मां बनने का सुख।

क्या है (PCOS/PCOD-Polycyctic Ovary Syndrome/Polycystic Ovary Disease

PCOS/PCOD यानी पोली सिस्टिक ओवरी सिंड्रोम / पोली सिस्टिक ओवरी डिजीज यह एक ऐसी बीमारी हैं जो महिलाओं और लड़कियों में होती है। इस बीमारी के दौरान माहिलाओ में हार्मोनल संतुलन बिगड़ जाता है जिसके कारण उनके अंडाशय में गांठ है सिस्ट बन जाती हैं। जिसके कारण उन्हें मासिक धर्म आना बंद हो जाता है। और वे गृभ धारण भी नहीं कर पाती हैं जिसको PCOS/PCOD कहते हैं।

 

PCOS / PCOD के कारण/ कैसे होती है यह बीमारी

 इस समस्या के दौरान महिलाओं में FSH (Follicle Stimulating Harmone) बढ़ता है जिसके कारण महिलाओं की ओवरी में मासिक धर्म के 12-15 दिन के भीतर अंडा बनता है। लेकिन साथ ही LH (Luteinizing Harmone) में गिरावट आती है जिसके कारण वह अंडा ओवरी से बाहर नहीं आ पता और इससे होता ये है कि ओवरी के अंदर ही वे अंडे सिस्ट का रूप ले लेते है जिनको PCOS/PCOD के नाम से जाना जाता है।
FSH और LH दोनों हार्मोन हमारे मस्तिष्क में उपस्थित पिट्यूटरी ग्लैंड कंट्रोल करती है।

क्या है इसके लक्षण ?

>इसका सबसे बड़ा लक्षण यह है मासिक धर्म ना आना।
>गर्भधारण करने में समस्या।
>PCOS/PCOD के दौरान शरीर में GNRH हार्मोन की बढ़ोतरी होती है जिससे महिलाओं में पुरुषों के लक्षण आने लगते हैं जैसे चेहरे पर हल्की मूंछ आना हल्की दाढ़ी आना जांघों पर बाल आना।
>वजन अचानक से बढ़ना य घटना।
>डायबिटीज कि शिकायत होना।
>थायरॉइड बढ़ना।
>थकावट महसूस होना।
>शरीर में अधिक बाल उगना।
>चहरे पर कील-मुंहासे आना।
>अंडाशय में गांठें बनना।
>शारीरिक संबंध की इच्छा कम होना।
नोट:- इस बीमारी की पूरी तरह से पुष्टि केवल सोनोग्रफी तकनीक के द्वारा ही की जा सकती है।

PCOS/PCOD के उपचार :-

> रोकथाम (क्या करें क्या न करें)

सबसे पहले तो महिलाओं को अपने वजन पर कंट्रोल करना होगा और अपने वजन को संतुलित करना होगा।
रोजाना योगा एक्सरसाइज करनी चाहिए।
ज्यादा कैलोरी वाले खाना जैसे आलू, चावल रोटी आदि का परहेज करना चाहिए।
खाने में हरी सब्जियों का प्रयोग करें।
जंक फूड से दूर रहें।
कम मीठा खाएं।
पानी की मात्रा बढ़ाएं।

>PCOS/PCOD मैं कौन सा योगा करें।

तितली आसन
शवासन
चक्की चलासना
अनुलोम विलोम प्राणायाम

>उपचार

इस बीमारी में Oral Contraceptive Pills जैसे Mala D, Mala N 3 महीने तक लेनी चाहिए जिससे उनका मासिक धर्म नियमित होगा और शरीर में हार्मोन्स भी संतुलित होगा। यदि इसके बावजूद भी बीमारी ठीक नहीं होती है तो डॉक्टर एक छोटी सी सर्जरी करते हैं और उन सिस्ट को दूरबीन द्वारा पंचर करके ठीक करते है।

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