प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण व उपचार/पुरुष में ही होता है यह कैंसर

prostate Cancer, प्रोस्टेट कैंसर के उपचार
प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण कारण व उपचार

नमस्कार दोस्तों! स्वागत है आपका हमारे इस नए ब्लॉग में दोस्तों आज हम बात करेंगे एक ऐसे विषय पर जो दुनिया भर में पुरुषों को अपना शिकार बना चुका है और यह जानलेवा साबित भी हो सकता है यदि सही समय रहते इसका इलाज ना कराया गया तो दोस्तों उसका नाम है प्रोस्टेट कैंसर सबसे पहले आप ये समझ ले की यह कैंसर केवल पुरुषों में ही होता है। तो दोस्तो आज मै आपको प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण, कारण, रोकथाम व उपचार बताएंगे।

प्रोस्टेट शरीर में वह ग्रंथि (gland) होती है, जो मुख्य रूप से पुरुष  के यूरिनरी ब्लेंडर और पेनिस के बीच में उपस्थति होती है इसका मुख्य कार्य ऐसे द्रव्य पदार्थ का निर्माण करता है जिसमें स्पर्म मौजूद होता है।

प्रोस्टेट कैंसर क्या है?

प्रोस्टेट कैंसर, प्रोस्टेट ग्रंथि की कोशिकाओं में बनने वाला एक प्रकार का कैंसर है यद्यपि प्रोस्टेट ग्रंथि में कई प्रकार की कोशिकाएं पाई जाती हैं लगभग सभी प्रोस्टेट कैंसर ग्रंथि की कोशिकाओं से विकसित होते हैं प्रोस्टेट कैंसर आमतौर पर बहुत धीमी गति से बढ़ता है ज्यादातर रोगियों में तब तक लक्षण नहीं दिखाई देता जब तक कैंसर पूर्ण अवस्था में ना पहुंच जाए। आमतौर पर उम्र बढ़ने पर प्रोस्टेट कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।
ज्यादातर यह 40 वर्ष से ज्यादा उम्र के पुरुषों को होता है, यह शुरुआत में प्रोस्टेट ग्रंथि तक ही सीमित रहता है। लेकिन इसका सही समय पर इलाज ना कराया गया तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।


नोट:- पुरुषों में फेफड़ों के कैंसर के बाद यह दूसरा (प्रोस्टेट कैंसर) सबसे ज्यादा पुरुषों में होने वाला कैंसर है।

 

प्रोस्टेट कैंसर के कारण

प्रोस्टेट कैंसर के कुछ मुख्य कारण है जैसे:-
धूम्रपान, शराब, और गलत खान पान की आदतों से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ता है।
मोटापा, और डाइट में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने पर भी प्रोस्टेट कैंसर का खतर बढ़ता है।
जो पुरुष अक्सर केमिकल्स या कैडमियम धातु (बैटरी) से सम्बन्धित कार्य करते है, उनमें भी प्रोस्टेट कैंसर होने के चांस बढ़ जाते है।
एक शोध में यह स्पष्ट हुआ है जो व्यक्ति ज्यादा चावल और सोया प्रोडक्ट का सेवन करते है उनमें भी प्रोस्टेट कैंसर होने का खतरा बना रहता है।
प्रोस्टेट कैंसर के बढ़ने में हार्मोन्स जैसे fat production harmone और high diet testosterone से भी प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ता है।
प्रोस्टेट कैंसर एक आनुवांशिक (genetic) बीमारी है जिन परिवारों में ये बीमारी पहले से घर में होती है , उनके घर में आने वाले अन्य पुरुषों को प्रोस्टेट कैंसर का खतरा दूसरे पुरुषों की तुलना अधिक पाया जाता है।

प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण

जांघ वा रीढ़ की हड्डियों में लगातार दर्द होना।
पेशाब करते समय जलन व दर्द होना।
पेशाब करने में दिक्कत होना।
बार बार पेशाब जाना खासकर रात में।
वीर्य वा पेशाब में खून आना।
लगातार वजन घटना।
पेशाब में रुकावट  व बूंद-बूंद करके बाहर आना।
मूल मार्ग में खून आना।
Digital Rectal Examination एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें डॉक्टर जो प्रोस्टेट कैंसर को पूर्ण रूप से सिद्ध करती है।
यदि इससे पूर्ण रूप से सिद्ध नहीं हो पाता है तो डॉक्टर सोनोग्राफी टेस्ट किया जाता है।

प्रोस्टेट कैंसर के घरेलू उपचार

अमरूद
अमरूद में लाइकोपीन नामक तत्व पाया जाता है जो कि कैंसर रोधी होता है इसलिए प्रोस्टेट कैंसर के मरीजों को इसका सेवन करना चाहिए।
व्हीटग्रास
व्हीटग्रास में ढेरों औषधि गुण पाए जाते हैं और यह कैंसर के सेल्स को कम करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होता है।
एलोवेरा
एलोवेरा के प्रयोग से प्रोस्टेट कैंसर के खतरा कम होता है अगर व्यक्ति कैंसर से ग्रसित है तो एलोवेरा का सेवन अवश्य करे यह कैंसर सेल्स को कम करने में मदद करता है।
लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते हैं जो कैंसर को रोकने में मदद करते हैं।
शराब, कैफ़ीन से दूर रहें। साथ ही रोज ताजी हरी सब्जियों का सेवन करें।

सर्जिकल प्रक्रिया से उपचार

Redical Prostatectomy एक ऐसा सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें प्रोस्टेट ग्रंथि और उसके आस पास की कोशिकाओं को ऑपरेशन द्वारा बाहर निकाल दिया जाता है इससे प्रोस्टेट कैंसर भी पूर्ण रूप से खत्म हो जाता है।

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