जाने सब कुछ कोरोना वायरस के बारे में, लक्षण व उपचार

Corona virus ke ilaaj, upchar
Corona Virus

नमस्कार दोस्तों, मैं आकाश मिश्रा स्वागत करता हूं आपका हमारे इस नए ब्लॉग में दोस्तों आज मैं कोरोना वायरस के अतांक के बारे में और इससे बचने के कुछ उपाय जैसे महत्वपर्ण विषयों पर चर्चा करूंगा जैसे:-
क्या है कोरोना वायरस?
क्या यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फ़ैल सकता है?
क्या है इसके लक्षण?
क्या है इसके बचाव?
क्या इसके लिए अभी तक कोई वैक्सीन या दवा बनी है?

क्या है कोरोना वायरस?

कोरोनावायरस (सीओवी) वायरस का ही एक बड़ा परिवार है जो सामान्य सर्दी से लेकर मध्यम-पूर्व श्वसन सिंड्रोम और गंभीर श्वसन सिंड्रोम (SARS- COV) का रोग पैदा करते हैं।नॉवेल कोरोना वायरस (एनसीओवी) एक नया तनाव है जिसे इंसानों में पहले कभी नहीं पहचाना गया था।

कोरोना वायरस जूनोटिक होते हैं, अर्थात् वे पशुओं और लोगों के बीच संचारित होते हैं। विस्तृत जांच के आधार पर पता चला कि सार्स-सीओवी सीवेट बिल्लियों से मानव और नरम ऊंटों से मनुष्यों तक संचारित की जाती थी।कई प्रसिद्ध कोरोना वायरस उन जानवरों में परिसंचारी हैं जो मनुष्यों से अभी तक संक्रमित नहीं हुए हैं।

क्या कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में प्रेषित हो सकता है?

कोरोना वायरस को संक्रमित रोगी के साथ संपर्क में आने के बाद, सामान्यतः संक्रमित रोगी के निकट संपर्क में आने के बाद, उदाहरण के लिए, किसी घर के कार्यस्थल पर, या स्वास्थ्य देखभाल केंद्र में संचारित किया जा सकता है।

कोरोना वायरस के लक्षण

संक्रमण के सामान्य लक्षणों में सांस के लक्षण
बुखार, खांसी, सांस फूलना और सांस लेने में कठिनाई शामिल है।
अधिक गंभीर मामलों में संक्रमण के कारण निमोनिया, गंभीर गंभीर श्वसन सिंड्रोम, गुर्दे खराब हो सकते हैं और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।


कोरोना वायरस से बचाव व उपचार

अल्कोहल आधारित हैण्ड रब या साबुन और पानी के उपयोग से हाथों को अकसर साफ करते रहें
>>बुखार और खांसी वाले व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें।
>> यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है, तोपसे ही चिकित्सकीय देखभाल लें और पिछली यात्रा के इतिहास को अपने स्वास्थ्य देखभाल प्रदाता से साझा करें।
>> हाल ही में नूवेल कोरोना वायरस के मामले देखने वाले क्षेत्रों में, लाइव मार्केट में जाकर, पशुओं के सम्पर्क में आने वाली जीवित प्राणियों और सतहों के सीधे असुरक्षित सम्पर्क से बचें।
>> कच्चे या कम पके पशु उत्पादों की खपत से बचा जाना चाहिए। कच्चे मांस, दूध या पशुओं के अंगों को सावधानी से संभालना चाहिए ताकि भोजन की अच्छी सुरक्षा के तरीकों के अनुसार वे एक दूसरे को दूषित न करें.

नोट:-👉 संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मानक सिफारिशों में नियमित रूप से हाथ धोना, खांसते और छींकते समय नाक और मुंह को कवर करना, मांस और अंडे को पूरी तरह से पकाना शामिल है। इससे संपर्क में आने वाले व्यक्ति को न दिखाएँ जैसे खांसी और छींक आना।

क्या इसके लिए अभी तक कोई वैक्सीन या दवा बनी है?
जब कोई बीमारी नई होती है तो उसे विकसित होने तक कोई वैक्सीन नहीं मिलती। नये टीके को बनाने में कई वर्ष लग सकते हैं।

Thanks for Visit!
By- Health and Wellness

Comments

Popular posts from this blog

चढ़ी हुई नस को ऐसे उतारें

आंत का उतरना (hernia)

शरीर में प्लेटलेट्स क्यों घटती है / जानिए 5 मुख्य घरेलू उपचार